Bangalore Stampede में पुलिस का बड़ा एक्शन
RCB अधिकारी पर क्यों हुई कार्रवाई?
Bangalore Stampede मामले में निखिल सोसले पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस की अनुमति के बिना विजय परेड की घोषणा की। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर लोगों को गुमराह करने वाली पोस्ट्स भी जारी की गईं, जिससे हजारों फैंस एकत्र हो गए।
मुख्य आरोपों में शामिल हैं:
- पुलिस से बिना इजाज़त परेड की घोषणा
- सोशल मीडिया से गुमराह करने वाले पोस्ट न हटाना
- मुफ्त टिकट वितरण की झूठी जानकारी देना
- स्टेडियम एंट्री को लेकर भ्रम फैलाना
Bangalore Stampede में गिरफ्तार हुए अन्य अधिकारी
इस मामले में RCB अधिकारी के अलावा DNA एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के दो वरिष्ठ अधिकारी किरण कुमार (सीनियर इवेंट मैनेजर) और सुनील मैथ्यू (वाइस प्रेसिडेंट) को भी गिरफ्तार किया गया है।
Bangalore Stampede: कर्नाटक सरकार की सख्ती
Bangalore Stampede के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सख्त रुख अपनाते हुए:
- आरसीबी व DNA अधिकारियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए
- पुलिस विभाग के कई अफसरों को किया सस्पेंड
- बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर समेत DCP और अन्य अफसरों पर गिरी गाज

भागने की फिराक में था RCB का अधिकारी
RCB का मार्केटिंग हेड निखिल सोसले मुंबई भागने की कोशिश में था, लेकिन पुलिस ने उसे एयरपोर्ट से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ कर रही है कि Bangalore Stampede में उसकी भूमिका कितनी गंभीर थी।
टीम RCB की चुप्पी
हैरानी की बात यह है कि अब तक Royal Challengers Bangalore की टीम की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। यह सवाल बना हुआ है कि क्या टीम को पहले से इस कार्यक्रम की जानकारी थी या नहीं।
निष्कर्ष
Bangalore Stampede एक ऐसा हादसा था जिसने IPL जीत के जश्न को दुःख में बदल दिया। पुलिस ने सख्ती से कदम उठाते हुए जिम्मेदारों पर शिकंजा कसा है। यह घटना एक सीख है कि जनसभा और इवेंट्स में सुरक्षा और नियमों का पालन कितना जरूरी है।
Disclaimer:
यह लेख विश्वसनीय मीडिया स्रोतों पर आधारित है और केवल सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें व्यक्त की गई सभी जानकारियाँ सार्वजनिक डोमेन से ली गई हैं। किसी प्रकार की कानूनी सलाह के रूप में न लें।