Iran Israel War अब एक नए मोड़ पर पहुंच चुकी है। ईरान और इजरायल के बीच छिड़ी इस जंग में अब अमेरिका खुलकर सामने आ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सीधी चेतावनी के जवाब में ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा है कि उनका देश कभी सरेंडर नहीं करेगा और अमेरिका को गंभीर अंजाम भुगतने होंगे।
Iran Israel War: अमेरिका की धमकी पर ईरान का कड़ा जवाब
G7 समिट से लौटने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ईरान को बिना शर्त आत्मसमर्पण करना होगा। ट्रंप ने ईरान के सैन्य ठिकानों और सुप्रीम लीडर की लोकेशन तक की जानकारी होने का दावा किया। उन्होंने यह भी कहा कि अभी हमला नहीं करेंगे, लेकिन अमेरिका का धैर्य खत्म होता जा रहा है।
इसके जवाब में खामेनेई ने कहा,
“ईरान कभी सरेंडर नहीं करेगा। अगर अमेरिका ने हमला किया, तो उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।”
Iran Israel War में अमेरिका की सीधी एंट्री
अब तक यह जंग Iran Israel War के रूप में देखी जा रही थी, लेकिन अमेरिका की धमकी और सैन्य बयानबाजी ने इसे अंतरराष्ट्रीय संकट बना दिया है। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
ईरान की ओर से तस्नीम न्यूज एजेंसी ने रिपोर्ट किया कि अगर अमेरिका ने कोई कदम उठाया तो यह पूरा मिडिल ईस्ट युद्ध की आग में जल उठेगा।
इजरायल की "बड़ी गलती" और खामेनेई की चेतावनी
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने इजरायल को भी लताड़ा और कहा कि इजरायल ने बहुत बड़ी गलती कर दी है।
“हम अपने शहीदों के खून को नहीं भूलेंगे। इजरायल को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
यह बयान साफ इशारा कर रहा है कि ईरान अपने ऊपर हुए हर हमले का बदला लेने के लिए तैयार बैठा है। Iran Israel War अब सिर्फ सीमित संघर्ष नहीं रहा, यह अब एक बड़ी भूराजनीतिक लड़ाई बन चुकी है।

अमेरिका और ईरान के बीच क्या है असली टकराव?
डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक, अमेरिका किसी भी कीमत पर ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने नहीं देगा। उन्होंने कहा,
“ईरान के पास अच्छे स्काई ट्रैकिंग सिस्टम हैं, लेकिन अमेरिका की टेक्नोलॉजी उनसे कई गुना बेहतर है।”
वहीं, ईरान का कहना है कि वह आत्मनिर्भर है और किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने चेताया कि अमेरिका के किसी भी हस्तक्षेप से पूरे क्षेत्र में पूर्ण युद्ध छिड़ सकता है।
Iran Israel War: वैश्विक प्रतिक्रिया क्या होगी?
संयुक्त राष्ट्र (UN) और यूरोपीय यूनियन इस स्थिति को लेकर बेहद चिंतित हैं।
चीन और रूस ने अमेरिका को संयम बरतने की सलाह दी है।
सऊदी अरब और UAE जैसे देशों ने भी क्षेत्रीय स्थिरता की अपील की है।
हालांकि, अमेरिका और इजरायल फिलहाल पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे।
Iran Israel War अब किसी भी क्षण बड़े युद्ध में तब्दील हो सकता है।
Disclaimer:
यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और आधिकारिक बयानों पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सूचना देना है, किसी विशेष पक्ष का समर्थन या विरोध नहीं। geopolitics की स्थितियां समय के अनुसार बदल सकती हैं।