कौन थे पहले Dalai Lama? जानिए तिब्बत के रहस्यमयी गुरु परंपरा की पूरी लिस्ट

Dalai Lama

Dalai Lama न केवल तिब्बती बौद्ध धर्म के सर्वोच्च गुरु हैं, बल्कि तिब्बत की संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक विरासत के प्रतीक हैं। आज जब दुनिया नए दलाई लामा की खोज की ओर देख रही है, आइए जानते हैं — पहले दलाई लामा कौन थे, अब तक कितने हो चुके हैं और उनकी भूमिका क्या रही है?

Dalai Lama का अर्थ क्या होता है?

Dalai Lama’ शब्द दो हिस्सों से मिलकर बना है — ‘Dalai’ मंगोल भाषा का शब्द है, जिसका मतलब होता है ‘महासागर’, और ‘Lama’ तिब्बती में ‘गुरु’ या ‘आध्यात्मिक शिक्षक’ को कहा जाता है। इसका शाब्दिक अर्थ हुआ — “ज्ञान का महासागर”

तिब्बती बौद्ध धर्म में यह विश्वास है कि दलाई लामा का पुनर्जन्म होता है और वे करुणा और ज्ञान के अवतार होते हैं। वे बौद्ध धर्म के “गेलुग” परंपरा के प्रमुख माने जाते हैं।

कौन थे पहले Dalai Lama?

हालांकि तीसरे दलाई लामा सोनाम ग्यात्सो को सबसे पहले “Dalai Lama” की उपाधि मिली थी, लेकिन परंपरा से उन्हें तीसरा माना गया। इतिहासकारों के अनुसार पहले दलाई लामा गेदुन ड्रुप (Gedun Drub) थे, जिन्हें मृत्यु के बाद यह उपाधि दी गई। वे 1391 में जन्मे और तिब्बती बौद्ध परंपरा के महान विद्वान रहे।

सभी Dalai Lama की लिस्ट

यह रही अब तक के सभी Dalai Lama की सूची:

  1. गेदुन ड्रुप
  2. गेदुन ग्यात्सो
  3. सोनाम ग्यात्सो
  4. योंतेन ग्यात्सो
  5. लोबसांग ग्यात्सो
  6. त्सांगयांग ग्यात्सो
  7. केलजांग ग्यात्सो
  8. जम्पेल ग्यात्सो
  9. लुंगटोक ग्यात्सो
  10. त्सुलत्रिम ग्यात्सो
  11. खेद्रुप ग्यात्सो
  12. त्रिनले ग्यात्सो
  13. थुबतेन ग्यात्सो
  14. तेनजिन ग्यात्सो (वर्तमान)
Dalai Lama

Dalai Lama की खोज कैसे होती है?

जब एक Dalai Lama का निधन होता है, तो बौद्ध भिक्षु उसके पुनर्जन्म की खोज में निकलते हैं। यह प्रक्रिया बेहद रहस्यमयी और पारंपरिक होती है:

  • स्वप्न संकेतों को पढ़ा जाता है
  • पवित्र झीलों में छवियां देखी जाती हैं
  • बच्चे से पिछले जीवन की वस्तुएं पहचानने की परीक्षा ली जाती है
  • खगोलीय घटनाओं का अध्ययन किया जाता है

चीन बनाम दलाई लामा — क्यों बढ़ रहा है तनाव?

वर्तमान 14वें Dalai Lama, तेनजिन ग्यात्सो, निर्वासन में भारत के धर्मशाला में रहते हैं। चीन, तिब्बत पर संप्रभुता का दावा करता है और दलाई लामा की उत्तराधिकार प्रक्रिया को नियंत्रित करना चाहता है। लेकिन दलाई लामा कह चुके हैं कि उनका अगला जन्म चीन के बाहर होगा, जिससे बीजिंग सरकार परेशान है।

क्या हो सकता है भविष्य?

अब तक रिपोर्ट्स के अनुसार, दलाई लामा 6 जुलाई को अपने 90वें जन्मदिन से पहले 15वें दलाई लामा की घोषणा कर सकते हैं। यह निर्णय तिब्बती समुदाय और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है।

निष्कर्ष: क्यों Dalai Lama हैं पूरी दुनिया में विशेष?

Dalai Lama न सिर्फ बौद्ध धर्म के प्रतीक हैं, बल्कि शांति, सहिष्णुता और करुणा की वैश्विक आवाज बन चुके हैं। उनकी हर घोषणा दुनियाभर में सुनी जाती है और चीन जैसे देश तक को हिला देती है। अगला दलाई लामा कौन होगा — ये सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि भू-राजनीतिक महत्व का सवाल बन चुका है।

Disclaimer:

यह लेख विभिन्न समाचार रिपोर्ट्स और ऐतिहासिक शोध पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है, किसी धार्मिक या राजनीतिक विचारधारा का समर्थन नहीं।

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