ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब पाकिस्तान की एंट्री ने इस मामले को और भी खतरनाक बना दिया है। Iran Israel War में पाकिस्तान ने इजरायल को खुलेआम परमाणु हमले की धमकी दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान अब ईरान के समर्थन में उतर आया है और मुस्लिम देशों से इजरायल के खिलाफ एकजुट होने की अपील कर रहा है।
कैसे भड़की Iran Israel War की आग?
इजरायल ने ईरान पर एक बड़ा सैन्य हमला किया, जिसमें कई मिलिट्री बेस और न्यूक्लियर फैसिलिटी को निशाना बनाया गया। इसके जवाब में ईरान ने भी इजरायल में कई ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया। इस पलटवार में 13 लोगों की मौत और 370 से अधिक घायल होने की पुष्टि हुई है।
Iran Israel War: पाकिस्तान ने इजरायल को दी न्यूक्लियर धमकी
तुर्किए टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की Islamic Revolutionary Guard Corps (IRGC) के सीनियर जनरल मोहसेन रेजाई ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान ने ईरान को भरोसा दिलाया है — अगर इजरायल ने न्यूक्लियर मिसाइल से अटैक किया, तो पाकिस्तान भी इजरायल पर परमाणु हमला करेगा।
यह बयान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर चिंता का विषय बन गया है और युद्ध को विश्व युद्ध की ओर धकेलने का खतरा बढ़ गया है।
Iran Israel War: ईरान के साथ क्यों खड़ा हुआ पाकिस्तान?
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने 14 जून को नेशनल असेंबली में बयान देते हुए ईरान के समर्थन की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी मुस्लिम देशों को इजरायल के खिलाफ एकजुट होना चाहिए और उससे सारे राजनयिक संबंध खत्म कर देने चाहिए।
उनके अनुसार, “इजरायल ने ईरान, यमन और फिलिस्तीन को निशाना बनाया है। अगर हम अब भी चुप रहे, तो अगला नंबर किसी और का होगा।”
इजरायल का दावा और ईरान की प्रतिक्रिया
इजरायली मिलिट्री ने दावा किया है कि उन्होंने ईरान के न्यूक्लियर बेस और हथियार डिपो को टारगेट किया, जबकि ईरान का कहना है कि वह सिर्फ आत्मरक्षा कर रहा है।
ईरान द्वारा दागी गई मिसाइलों ने इजरायल के कई शहरों को निशाना बनाया। इसका प्रभाव ना केवल क्षेत्रीय राजनीति पर पड़ा, बल्कि वैश्विक स्तर पर तेल के दाम, बाजार और कूटनीति पर भी असर पड़ा।

क्या यह युद्ध बन सकता है विश्व युद्ध का कारण?
जिस तरह से Iran Israel War में अब पाकिस्तान जैसे न्यूक्लियर पावर देश की एंट्री हो चुकी है, विशेषज्ञ मानते हैं कि यह जंग अब सीमित नहीं रहेगी। यदि और मुस्लिम देश इसमें शामिल हुए, तो यह टकराव मिडिल ईस्ट से निकलकर वैश्विक रूप ले सकता है।
क्या भारत को चिंतित होना चाहिए?
भारत अभी तटस्थ रुख अपनाए हुए है, लेकिन इजरायल भारत का करीबी सहयोगी रहा है। पाकिस्तान का इस युद्ध में कूदना भारत के लिए चिंता का विषय हो सकता है, क्योंकि इससे पाकिस्तान को वैश्विक मुस्लिम देशों का समर्थन मिल सकता है।
Disclaimer:
यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रिपोर्ट्स और समाचार स्रोतों पर आधारित है। किसी भी विवादास्पद या भ्रामक सूचना का समर्थन नहीं किया गया है। लेख केवल जनहित में सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है।