Israel Iran War: नेतन्याहू बोले– “अगर ईरान ने 10,000 मिसाइलें दागीं तो?

Israel Iran War

Israel Iran War क्यों चर्चा में है?

Israel Iran War पिछले कुछ समय से लगातार वैश्विक सुर्खियों में बना हुआ है। 13 जून 2025 को इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम पर हमला किया। इसे ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ नाम दिया गया है। इस कदम ने मध्य पूर्व में तनाव को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया।

Israel Iran War: ऑपरेशन राइजिंग लॉयन क्या है?

इस ऑपरेशन के तहत इजरायल ने ईरान के मुख्य यूरेनियम संवर्धन केंद्र सहित कई परमाणु ठिकानों पर निशाना साधा। नेतन्याहू ने दावा किया कि यह सैन्य कार्रवाई Israel Iran War में ईरान की आक्रामक तैयारी के खिलाफ एक जरूरी कदम था।

Israel Iran War: नेतन्याहू का बड़ा बयान

बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा:

“ईरान 10,000 बैलिस्टिक मिसाइलें बना रहा है। सोचिए, अगर वह इन्हें छोटे से इजरायल पर दाग देता है, तो क्या होगा? इजरायल तो सिर्फ न्यू जर्सी के आकार का है।”

उनका यह बयान Israel Iran War के खतरनाक मोड़ को दर्शाता है।

ईरान की परमाणु ताकत पर चिंता

इजरायली पीएम ने दावा किया कि ईरान ने इतना यूरेनियम इकट्ठा कर लिया है जिससे 9 परमाणु बम बनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि:

“अगर ईरान को नहीं रोका गया तो वह कुछ ही महीनों में परमाणु हथियार बना सकता है।”

यह बयान स्पष्ट करता है कि Israel Iran War केवल मिसाइलों तक सीमित नहीं, बल्कि परमाणु जंग का खतरा भी बढ़ा रहा है।

क्या ईरान पहले से आक्रामक था?

नेतन्याहू के मुताबिक, दशकों से ईरान के नेता खुलेआम इजरायल के विनाश की बातें करते रहे हैं। उनका यह रुख Israel Iran War को और अधिक गंभीर बना देता है।

इजरायल का पलटवार – युद्ध अब रुकने वाला नहीं

नेतन्याहू ने कहा कि:

“जब तक ईरानी खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता, तब तक ऑपरेशन राइजिंग लॉयन जारी रहेगा।”

उनकी यह घोषणा दर्शाती है कि Israel Iran War अब लंबा और निर्णायक हो सकता है।

Israel Iran War

देशभर में आपातकाल

ईरान पर हमले के बाद इजरायल ने पूरे देश में विशेष आपातकाल की घोषणा की। इससे यह स्पष्ट हो गया कि सरकार Israel Iran War को केवल सीमित दायरे में नहीं देख रही, बल्कि यह एक व्यापक सैन्य रणनीति का हिस्सा है।

क्या ये लड़ाई वैश्विक रूप ले सकती है?

Israel Iran War के इस मोड़ पर कई देशों की नज़र है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र ने अब तक इस पर सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन युद्ध का दायरा बढ़ा तो इसकी चपेट में पूरा मिडिल ईस्ट आ सकता है।

मध्य पूर्व में अस्थिरता का खतरा

युद्ध विशेषज्ञों का मानना है कि Israel Iran War अगर आगे बढ़ा, तो यह तेल आपूर्ति, वैश्विक बाजार और ऊर्जा संकट को भी प्रभावित कर सकता है। इससे भारत सहित कई देशों पर असर पड़ेगा।

Israel Iran War का भविष्य क्या है?

इस समय दोनों देशों में कूटनीतिक समाधान की संभावना बहुत कम दिख रही है। इजरायल के कड़े कदम और ईरान की मिसाइल तैयारियों के बीच हालात और बिगड़ सकते हैं।

नेतन्याहू का संकल्प

नेतन्याहू ने स्पष्ट किया:

“हम ईरानी शासन के परमाणु जनसंहार का शिकार नहीं बनेंगे।”

इस संकल्प के साथ Israel Iran War अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है।

Disclaimer:

यह लेख सार्वजनिक समाचार रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी केवल सूचना हेतु है। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक पुष्टि जरूरी है।

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