Terrorism in India: शशि थरूर का बड़ा बयान, 'बंदूक की नोक पर बातचीत नहीं होती'
कांग्रेस नेता शशि थरूर इन दिनों ब्राजील के दौरे पर हैं. यहां उन्होंने देश के उपराष्ट्रपति गेराल्डो अल्कमिन से मुलाकात की. इस मीटिंग के दौरान Terrorism in India यानी भारत में आतंकवाद के मुद्दे पर गहन बातचीत हुई. थरूर ने कहा कि भारत दुनिया के कई देशों से यह उम्मीद करता है कि वे आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई में साथ खड़े हों.
Terrorism in India:- आतंकवाद को लेकर दुनिया में समझ की कमी
थरूर का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई देश भारत की स्थिति को समझते हैं, लेकिन कुछ देश अभी भी इस समस्या की जड़ तक नहीं पहुंच पाए हैं. उन्होंने कहा,
“कुछ देश बातचीत का सुझाव देते हैं, लेकिन बातचीत उन लोगों से कैसे हो, जो सरहद पर बंदूक लेकर खड़े हैं और लगातार आतंकवादी भेज रहे हैं?”
Terrorism in India की जड़ पर हमला जरूरी
थरूर ने साफ कहा कि बातचीत से पहले जरूरी है कि उन आतंकवादी ढांचों को खत्म किया जाए जो भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि जब तक इन ढांचों को नष्ट नहीं किया जाता, तब तक कोई भी वार्ता निष्फल होगी.
Terrorism in India:- बातचीत तभी संभव जब आतंक की नींव हटे

भारत की ओर से लगातार यह मांग की जाती रही है कि सीमापार से आतंकवाद बंद हो. शशि थरूर ने भी यही दोहराया कि पाकिस्तान जैसे देशों से तब तक कोई सार्थक संवाद नहीं हो सकता जब तक वे आतंकवाद को समर्थन देना बंद न करें.
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता जरूरी
थरूर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे सिर्फ बयानबाज़ी नहीं, बल्कि Terrorism in India के खिलाफ ठोस कदम उठाएं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत को इस लड़ाई में अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए.
Disclaimer:
यह लेख सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है और केवल सूचनात्मक उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें व्यक्त किए गए विचार शशि थरूर के बयानों पर आधारित हैं और ChatGPT द्वारा संपादित व SEO अनुकूलित हैं।