भोपाल/दिल्ली:
मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह इन दिनों एक बड़े विवाद में घिर गए हैं। सेना की महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद अब उन पर FIR दर्ज हो चुकी है। इस कार्रवाई के खिलाफ अब मंत्री साहब खुद सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान कर्नल सोफिया के रोल को लेकर विजय शाह ने एक विवादास्पद भाषण दिया था। इस भाषण को लेकर जबलपुर हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए टिप्पणी की कि मंत्री की भाषा “गटर स्तर” की है। कोर्ट ने DGP को 4 घंटे में FIR दर्ज करने का निर्देश दिया था।
FIR दर्ज होते ही सुप्रीम कोर्ट की राह पकड़ी
हाई कोर्ट के सख्त रुख के बाद 14 मई की शाम, इंदौर जिले के महू तहसील के मानपुर थाने में विजय शाह पर FIR दर्ज कर दी गई। इसके बाद मंत्री शाह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की और कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया, जबकि वो माफी भी मांग चुके हैं।
वकील ने मांगी जल्द सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में विजय शाह की तरफ से उनके वकील जल्द सुनवाई की मांग कर सकते हैं। उनका तर्क है कि यह मामला इतना गंभीर नहीं कि FIR होनी चाहिए थी।
किस-किस धारा में केस दर्ज हुआ है?
विजय शाह पर बीएनएस की ये गंभीर धाराएं लगाई गई हैं:
- धारा 152 – देश की एकता और अखंडता को खतरे में डालना
- धारा 196(1)(B) – समुदायों में वैमनस्य फैलाना
- धारा 197(1)(C) – धार्मिक या भाषाई आधार पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान देना